
अपूर्वानंद की काल्पनिक योग्यता लाजवाब है
अरे प्रोफेसर साहब, इस्लामी और ईसाई आक्रांताओं ने ही इस धरती के सांस्कृतिक नरसंहारों की शुरुआत की थी। उसके बाद लगातार आप ही के तर्क के अनुसार इतिहास, धार्मिक प्रतीक, सामाजिक ताना-बाना, शिक्षा पद्धति सब बर्बाद की। इसी को भौतिक विध्वंस कहा जाता है।